गेहूं, धान, मक्का इत्यादि फसलों की क्रांतिक अवस्थाएं एवं सिंचाई जल की आवश्कता

फसल एवं पेड़ पौधों की वृद्धि के लिए सिंचाई जल की आपूर्ति करनी आवश्यक होती है वृद्धि की इन अवस्थाओं को क्रांतिक अवस्थाएं (critical stages in hindi) कहते हैं । फसलों की क्रांतिक अवस्थाएं किसे कहते है? फसल में पौधों की वृद्धि की विभिन्न अवस्थाओं में सिंचाई जल की आपूर्ति करनी आवश्यक होती है वृद्धि … Read more

ग्रीष्मकालीन मौसम में मूंग की खेती अधिक लाभदायक क्यों होती है स्पष्ट कीजिए?

भारत की दलहनी फसलों में मूंग का महत्वपूर्ण स्थान है जिसकी खेती वैसे तो तीनों मौसम में की जाती है परंतु ग्रीष्मकालीन मौसम में मूंग की खेती (garmiyon mein mung ki kheti) करने से अधिक लाभ प्राप्त होता है ।   भारत के लगभग सभी राज्यों में मूंग की खेती (mung ki kheti) बसंत कालीन, वर्षा कालीन एवं ग्रीष्म … Read more

उड़द की उन्नत खेती कैसे करें पूरी जानकारी? | Urad ki kheti kaise kare?

उड़द का वानस्पतिक नाम (Botanical Name) – Vigna mungo L. उड़द का कुल (Family) – लेग्यूमिनेसी (Laguminoceae) उड़द में गुणसूत्र संख्या – 2n = 24 भारत में उगाई जाने वाली प्रमुख दालों की फसलों में उड़द की खेती (urad ki kheti) का महत्वपूर्ण स्थान है । उड़द की फसल (urad ki fasal) मुख्यत: खरीफ के मौसम में उगाई … Read more

राइजोबियम कल्चर क्या है दलहनी फसलों में राइजोबियम कल्चर का उपयोग एवं लाभ लिखिए

राइजोबियम एक सहजीवी जैव उर्वरक या जीवाणु होते है, जो दलहनी फसलों में नाइट्रोजन स्थिरीकरण का कार्य करते हैं । दलहनी फसलों में बुवाई से पहले राइजोबियम कल्चर (rhizobium culture in hindi) का प्रयोग अत्यंत आवश्यक होता है । राइजोबियम जीवाणु दलहनी फसलों की जड़ों की गाँठों पर पाए जाते हैं । दलहन वर्ग की … Read more

भारत की प्रमुख दलहनी फसलें एवं उनका उत्पादन व महत्व लिखिए

हमारे देश भारत में दलहन वर्ग की प्रमुख फसलें अरहर, मूंग तथा उड़द है, जो खरीफ के मौसम में उगाई जाती है । भारत में कुल दालों का उत्पादन लगभग 16 मिलियन टन है । भारत में मुख्यतः दलहनी फसलों की खेती रबी एवं खरीफ के मौसम में की जाती है । भारत में अनाज के बाद … Read more

मूंग की खेती कैसे करें पूरी जानकारी हिंदी में | moong ki kheti kaise kare?

मूंग का वानस्पतिक नाम (Botanical name) — विगना रेडियेटा  (Vigma radiata L. Wilezek) मूंग की फसल का कुल (Family) — फेबीएसी (Fabaceae) मूंग में गुणसूत्र की संख्या — 2n = 22 या 24 भारत में दलहनी फसलों में चने व अरहर के बाद मूंग की खेती (moong ki kheti) का तीसरा स्थान है । मूंग की फसल … Read more

चारे के लिए लुसर्न या रिजका की खेती (rijika ki kheti) कैसे करें पूरी जानकारी

लुसर्न या रिजका का वानस्पतिक नाम (Botanical Name) – मेडिकागो सेटाइवा (Medicago sativa) लुसर्न या रिजका का कुल (Family) – लैग्युमिनोसी (Leguminoceae) गुणसूत्र संख्या (Chromosomes) – 2n= भारत में लुसर्न या रिजका की खेती (rijika ki kheti) मुख्यत: चारे के लिए ही की जाती है । लुसर्न या रिजका का अरबी भाषा का नाम एल्फा-एल्फा (alfa-alfa) होता है , इसीलिए … Read more

अधिक लाभ पाने के लिए मटर की खेती (matar ki kheti) कैसे करें | Farming Study

मटर का वानस्पतिक नाम (Botanical Name) – पाइसम सेटाइवम (Pisum sativum) मटर का कुल (Family) – लेग्यूमिनेसी (Laguminoceae) गुणसूत्र संख्या (Chromosomes) – 2n=14 संपूर्ण विश्व में मटर की खेती (matar ki kheti) सब्जी व दलहन वाली फसलों के रूप में की जाती है । सम्पूर्ण विश्व में मटर की फसल (matar ki fasal) का एक सब्जी वाली एवं दलहनी … Read more

जई की खेती (jaee ki kheti) कैसे करें? | oats in hindi | ओट्स की खेती

जई का वानस्पतिक नाम (Botanical Name) – एवीना सेटाइवा (Avena sativa) जई का कुल (Family) – मिनी (Graminae) गुणसूत्र संख्या (Chromosomes) – 2n= भारत में जई की खेती (ओट्स की खेती) एक पौष्टिक चारे वाली फसल के रूप में जानी जाती है ।  जई (oats in hindi) के हरे चारे में लगभग प्रोटीन 12 से 14 प्रतिशत माया जाता है … Read more

मसूर की खेती (masur ki kheti) कैसे करें? | masur ki daal ki kheti

मसूर का वानस्पतिक नाम (Botanical Name) – लेन्स एस्कुलेन्टा (Lens esculenta) मसूर का कुल (Family) – लेग्यूमिनेसी (Laguminoceae) गुणसूत्र संख्या (Chromosomes) – 2n= विश्व में उगाई जाने वाली दलहनी फसलों में मसूर की खेती (masur ki kheti) का विशेष महत्व है ।  वर्षा आधारित एवं असिंचित क्षेत्रों में मसूर की खेती (masur ki daal ki kheti) एक उपयुक्त फसल है … Read more