एक या एक से अधिक खनिज पदार्थ अत्यधिक विशाल खंड को ही चट्टान (rocks in hindi) कहा जाता है ।
कालान्तर मैं पृथ्वी का ऊपरी भाग ठंडा होकर पहले द्रव के रूप में बदला और फिर ठोस चट्टानों के रूप में बदल गया ।
चट्टान किसे कहते हैं परिभाषा | definition of rocks in hindi
"चट्टानें (rocks in hindi) एक या एक से अधिक खनिज पदार्थों से बनी ठोस पिंड होती है ।"
चट्टानें - rocks meaning in hindi -
चट्टानों का भौतिक तथा रासायनिक संगठन उनमें पाये जाने वाले खनिजों के गुणों पर निर्भर करता है । मृदा का निर्माण चट्टानों के टूटने - फूटने, विघटन तथा उसमें मौजूद वनस्पति और जन्तु अवशेषों के सहयोग से हुआ है । इस प्रकार मूल रूप से चट्टानें व जैव पदार्थ मृदा निर्माण में सहायक होते हैं ।चट्टानें कितने प्रकार की होती है | types of rocks in hindi
चट्टानों को उनकी उत्पत्ति के आधार पर तीन प्रमुख वर्गों में विभाजित किया गया है ।
चट्टानों के प्रमुख प्रकार -
- आग्नेय चट्टानें ( Igneous Rocks )
- अवसादी या पातालिक या पर्तदार चट्टानें ( Sedimentary Rocks )
- रूपान्तरित चट्टानें ( Metamorphic Rocks )
चट्टान किसे कहते हैं (Rocks in hindi) चट्टानें कितने प्रकार की होती है |
1. आग्नेय चट्टान किसे कहते हैं? | Igneous rocks in hindi
ताप के कारण पिघले हुये पदार्थों के जमने से बनी चट्टानों को आग्नेय चट्टानें (lgneous rocks in hindi) कहते हैं । ये चट्टानें सबसे पुरानी हैं इसलिये इन्हें प्राथमिक चट्टानें भी कहते हैं ।
थलमण्डल का 95 प्रतिशत भाग इन्हीं चट्टानों से बना है । इनमें परतों का अभाव होता है । ये क्रिस्टलीय, बहुत कठोर, सघन व संगठित होती हैं । लावा, जो ताप के कारण पिघले हुये पदार्थों के रूप में निकलता है , ठण्डा होने पर पृथ्वी के नीचे या ऊपर आकर जम जाता है और चट्टान का रूप ले लेता है । पृथ्वी में नीचे बनी हुई चट्टान को अन्तस्थ चट्टान (plutonic rocks) तथा पृथ्वी के ऊपर बनी चट्टान को बाह्यस्थ चट्टान (volcanic rocks) कहते हैं ।
आग्नेय चट्टानों को उनमें उपस्थित सिलिका की मात्रा के आधार पर तीन वर्गों में बाँटा गया है —
- अम्लीय आग्नेय चट्टानें ( Acid igneous rocks ) — इनमें क्वार्ट्ज ( सिलिका ) नाम के खनिज की अधिकता होती है ( 65-85 प्रतिशत ) जैसे - ग्रेनाइट, रायोलाइट, पिच स्टोन आदि ।
- भास्मिक आग्नेय चट्टानें ( Basic Igneous Rocks ) — इन चट्टानों में सिलिका की मात्रा 45-55 प्रतिशत तक होती है, जैसे - बेसाल्ट, ग्रेब्रो ।
- मध्यम आग्नेय चट्टानें ( Intermediate igneous rocks ) - इनमें सिलिका की मात्रा 55-65 प्रतिशत तक होती है, जैसे - सियेनाइट, डायोराइट ।
2. अवसादीय चट्टानें या पर्तदार चट्टानें | sedimentry rocks in hindi
इनका निर्माण मुख्य रूप से आग्नेय चट्टानों से ही हुआ है । इस प्रकार विभिन्न प्राचीन चट्टानों के अपक्षय से प्राप्त सामग्री को एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाकर जमा किये जाने से जो चट्टानों बनती हैं, वे पातालिक या परतदार चट्टानें (sedimentry rocks in hindi) कहलाती हैं ।
इन चट्टानों के निर्माण में वायु, पानी तथा बर्फ काम करते हैं । इन चट्टानों के निर्माण में लगी हुई सामग्री को अवसाद या तलछट (sediment) कहते हैं । चूँकि इनके निर्माण में अवसाद समय - समय पर जल द्वारा लाये जाते हैं अतः इसमें विभिन्न परतें बन जाती हैं । इसलिये इन्हें परतदार चट्टानें भी कहा जाता है ।
इस वर्ग की मुख्य चट्टानें जैसे -
- चूना पत्थर (limestone in hindi)
- खड़िया
- स्लेट पत्थर
- बलुई पत्थर
- जिप्सम
- पीट
- डोलोमाइट आदि ।
3. रूपान्तरित या कायान्तरित चट्टानें | metamorphic rocks in hindi
आग्नेय तथा परतदार चट्टानों के मूल रूप में परिवर्तन हो जाने से जो चट्टानें बनती हैं, रूपान्तरित चट्टानें (metamorphic rocks in hindi) कहलाती हैं ।
चट्टानों में यह परिवर्तन जल, ताप या दाब अथवा इनमें से दो या तीनों के संयुक्त प्रभाव के कारण होता है । ये चट्टानें प्रायः अति कठोर व क्रिस्टलीय होती हैं ।
इस वर्ग की मुख्य चट्टानें जैसे -
- संगमरमर (marble)
- क्वार्टजाइट स्लेट
- शिष्ट
- नीस
- कोयला आदि ।
नीचे मूल चट्टान एवं उनसे बनी रूपान्तरित चट्टानों के कुछ उदाहरण दिये जा रहे हैं —
"मूल चट्टान - रूपान्तरित चट्टान"
- बालू पत्थर ( Sand Stone ) - क्वार्टजाइट ( Quartzite )
- स्लेटी पत्थर ( Shale ) - स्लेट ( Slate )
- चूना पत्थर ( Lime Stone ) - संगमरमर ( Marble )
- पीट ( Peat ) - कोयला ( Coal )
- अभ्रक ( Mica ) - शिष्ट ( Schist )
- ग्रेनाइट ( Granite ) - नीस ( Gneiss )